शेयर बाजार में शुरुआती लोगों में से कुछ ट्रेडिंग करने के लिए आते हैं और बाद में वे निवेश करने लग जाते हैं, तो कुछ लोग निवेश करने के लिए आते हैं किंतु बाद में वे ट्रेडिंग करने लग जाते हैं, जबकि इन दोनों में काफी अंतर है। निवेश और ट्रेडिंग में अंतर ढूंढना और शेयर बाजार में अपना लक्ष्य तय करना यह सबसे महत्वपूर्ण काम होता है। इसलिए आज हमलोग इस शेयर बाजार में निवेश करें या ट्रेडिंग? ब्लॉग के माध्यम से शेयर बाजार में ट्रेडिंग और इन्वेस्टिंग में क्या अंतर है? यह समझने का प्रयास करेंगे और यह जानने की कोशिश करेंगे कि आपको शेयर बाजार में निवेश करना चाहिए या ट्रेडिंग?
अपने राकेश झुनझुनवाला का नाम अवश्य ही सुना होगा यह इंडिया के सबसे बड़े डिविजन में उनका नाम शुमार है, राकेश झुनझुनवाला एक इन्वेस्टर भी थे और ट्रेडर भी थे। अगर आप किसी भी बड़े निवेशक के बारे में जानकारी हासिल करने का प्रयास करेंगे तो आपको यह पता चलेगा, कि वे लोग शुरू-शुरू में ट्रेडिंग ही किया करते थे और ट्रेडिंग से कमाए पैसे का उपयोग वे लोग निवेश के लिए किया करते थे।
यह ट्रेडिंग से इन्वेस्टिंग एक रास्ता है जिसको आप भी अपना सकते हैं आप भी ट्रेडिंग से शुरुआत कर सकते हैं और धीरे-धीरे अपने कमाए पैसे को निवेश में लगा सकते हैं।
ट्रेडिंग क्या होता है?
शेयर बाजार में ट्रेडिंग का मतलब “यदि आप किसी भी शेयर को कम समय के लिए खरीदते हैं और उसे प्रॉफिट या नुकसान के बाद बेच देते हैं तो उसे हम ट्रेडिंग कहते हैं।
ट्रेडिंग मुख्यतः दो प्रकार से की जाती है :-
1) इंट्राडे या डे ट्रेडिंग
इंट्राडे या डे ट्रेडिंग ट्रेडिंग का एक ऐसा प्रकार है जिसमें आप किसी भी शेयर को शेयर बाजार की खुलने के बाद खरीदने हैं और उसी दिन प्रॉफिट या नुकसान होने के बाद बेच देते हैं, यानी एक दिन में होने वाले शेयर के खरीद और बिक्री को हम इंट्राडे या डे ट्रेडिंग कहते है।
2) स्विंग ट्रेडिंग
यह ट्रेडिंग का एक ऐसा प्रकार है जिसमें आप किसी भी शेयर को खरीदकर, उसे एक से ज्यादा दिनों तक अपने पास होल्ड कर लेते हैं और फिर कुछ दिनों के बाद बेच देते हैं, तो उसे स्विंग ट्रेडिंग कहते हैं।
निवेश क्या होता है?
शेयर बाजार में लंबे समय अंतराल के लिए शेयर के खरीदी और बिक्री को निवेश या इन्वेस्टिंग कहा जाता है। यानी यदि आप शेयर बाजार में किसी शेयर को खरीद कर उसे लंबे समय तक अपने पास होल्ड करके प्रॉफिट या नुकसान के बाद बेच देते हैं, तो उसे हम निवेश करना या इन्वेस्टिंग कहते हैं।
इन्वेस्टिंग और ट्रेडिंग में क्या अंतर है?
इन्वेस्टिंग और ट्रेडिंग में मुख्यतः समय अंतराल का अंतर होता है। किंतु इसके अलावा जब भी भी हम ट्रेडिंग करते हैं तो उसमें हम किसी शेयर के भूतकाल के भाव के आधार पर उसके भविष्य काल के भाव की भविष्यवाणी करते हैं, लेकिन इन्वेस्टिंग या निवेश में हम उसे कंपनी के बिजनेस पर दाव लगाते हैं, यदि वह कंपनी अच्छा बिजनेस करती है, तो हम उसके अनुसार अपना पैसा उसे कंपनी में निवेश करते हैं।
शेयर बाजार में निवेश करें या ट्रेडिंग ?
यहां कुछ महत्वपूर्ण बिंदु बताए गए हैं इनके आधार पर आप यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि शेयर बाजार में आपको ट्रेडिंग करना चाहिए या निवेश :-
1) यदि आप शेयर बाजार को हर दिन दो से तीन घंटा दे सकते हैं तो आप ट्रेडिंग कर सकते हैं, किंतु यदि आपके पास ज्यादा समय नहीं है, तो आप हफ्ते में दो से तीन घंटा शेयर बाजार को देकर निवेश या इन्वेस्टिंग कर सकते हैं।
2) इसके अलावा यदि आपके पास शुरुआती निवेश करने के लिए ₹2 लाख या ₹2 लाख से ज्यादा है, तो आप इन्वेस्टिंग कर सकते हैं, यदि उस कम है तो आप ट्रेडिंग कर सकते हैं, क्योंकि इन्वेस्टिंग के लिए आपको ज्यादा कैपिटल की जरूरत होती है जो आप ट्रेंडिंग करके पूरी कर सकते हैं।
3) ट्रेडिंग करने के लिए आपको शेयर बाजार में शेयर खरीदने के लिए रोज निर्णय लेना पड़ेगा, जिसमें आपको रोज रिस्क का सामना करना पड़ सकता है। यदि आप कम निर्णय लेकर कम रिस्क का सामना करना चाहते हैं, तो आप इन्वेस्टिंग कर सकते।
Read Also — Investing Kaise Sikhe ? / 9+ तरीके शेयर मार्केट में निवेश कैसे करें ?
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न:-
क्या बेहतर है, ट्रेडिंग या निवेश?
ट्रेडिंग और निवेश दोनों ही अलग-अलग प्रकार से काम करता है, यदि आप शेयर बाजार में ज्यादा समय देकर ज्यादा रिस्क लेना चाहते हैं तो आप ट्रेडिंग कर सकते हैं। किंतु आप शेयर बाजार में कम रिस्क लेकर तथा कम समय देना चाहते हैं, तो आपको निवेश करना चाहिए।
शुरुआती लोगों के लिए कौन सा शेयर बाजार सबसे अच्छा है?
शुरुआती लोगों के लिए इक्विटी में ट्रेड या निवेश करना सबसे अच्छा होता है, क्योंकि इक्विटी में ट्रेड या निवेश करना कम रिस्की होता है।
सबसे अच्छा ट्रेडिंग टाइप कौन सा है?
ट्रेडिंग मुख्यतः दो प्रकार का होता है, “इंट्राडे या डे ट्रेडिंग तथा स्विंग ट्रेडिंग”। इंट्राडे या डे ट्रेडिंग में रिस्क काफी ज्यादा होता है और आपको ज्यादा समय देना पड़ता है, लेकिन स्विंग ट्रेडिंग में रिस्क थोड़ा काम होता है और आपको समय भी कम देना पड़ता है इसलिए स्विंग ट्रेडिंग, इंट्राडे ट्रेडिंग से अच्छा होता है।
निष्कर्ष
हमें उम्मीद है कि आप हमारे इस शेयर बाजार में निवेश करें या ट्रेडिंग? ब्लॉग से यह अवश्य ही समझ गए होंगे, कि आपको शेयर बाजार में ट्रेडिंग करना है या फिर इन्वेस्टिंग करना है? अगर आपको हमारा यह ब्लॉग पसंद आया हो, तो इसे अपने दोस्तों के साथ भी अवश्य शेयर कीजिएगा।
Disclaimer
इस ब्लॉग में जिस भी प्रकार का नजरिया और निवेश करने के लिए टिप्स बताए गए हैं, यह मुख्यतः लेखक के द्वारा बताए गए है, ना तो इस StockVastu.com वेबसाइट के द्वारा और ना ही इसके मैनेजमेंट के द्वारा। शेयर बाजार में निवेश करना और ट्रेडिंग करना काफी जोखिमों भरा काम है। StockVastu.com आप सबों से यह अनुरोध करता है कि किसी भी प्रकार के निवेश करने से पहले आप अपनी सूझबूझ का इस्तेमाल जरूर करें या किसी एक्सपर्ट की सलाह अवश्य लें ।